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Showing posts from April, 2020

सेफ नहीं है ऑनलाइन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप "ZOOM"

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देश में चल रहे लॉक डाउन के बीच बहुत तेजी से लोगों के बीच चर्चित हुए ऑनलाइन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग एप्लीकेशन जूम सुरक्षित नहीं है। पूरे देश में लॉकडाउन चल रहा है, और लोग वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बिजनेस पढ़ाई मीटिंग  कई काम कर रहे हैं जिसके लिए लोग जूम सॉफ्टवेयर का काफी उपयोग कर रहे हैं। लॉक डाउन जूम सॉफ्टवेयर के लिए वरदान साबित हुआ क्योंकि अचानक से जूम सॉफ्टवेयर की लोकप्रियता में काफी तेजी आई है इस बात का अंदाजा इस चीज से लगा सकते हैं कि  दिसंबर तक  इस एप्लीकेशन के  कुल डाउनलोड  सिर्फ एक करोड़ थे  लेकिन आज के समय में  यह लगभग  20 करोड़ हो चुकी है। लेकिन अगर आप भी जूम अप्लीकेशन इस्तेमाल करते हैं तो सावधान हो जाइए। सुरक्षित नहीं है जूम ऑनलाइन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग वाले इस ऐप पर डाटा लीकिंग के काफी गंभीर आरोप लगे हैं , इस एप्लीकेशन पर आरोप है कि यह एप्लीकेशन लोगों की सारी डाटा फेसबुक के साथ साझा करता है और कई सारे प्लेटफार्म पर आपकी सारी वीडियो रिकॉर्डिंग और मीटिंग आईडी और पासवर्ड मौजूद है । होम मिनिस्ट्री की सलाह सेफ नहीं है जूम इस बात की जांच के लिए गृह मंत्राल

नही रहें रामायण के सुग्रींव, श्याम सुन्दर कलानी की हुई मौत : दुखद

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 दोस्तों इस समय देश में लाकडाउन चल रहा है और लोग अपने घरों मे कैद हैं और इसी बीच दूरदर्शन पर फिर एक बार श्यम सुन्दर द्वारा रचित रामायण  का पुनः प्रसारण किया जा रहा है जिसे दर्शक काफी पसंद कर रहे हैं जिसके कारण रामायण के सारे किरदार फिर एक बार चर्चा का विषय बने हुए हैं। इसी बीच दर्शकों के लिए एक बुरी खबर में सामने आई है , रामायण में सुग्रीव का किरदार निभाने वाले श्यामसुंदर कलानी का निधन हो गया है। इस बात की जानकारी श्री राम का किरदार निभाने वाले अरुण गोविल ने अपने टि्वटर पर 9 अप्रैल 2020  को शेयर की । रामायण शुरू होने के अगले दिन हुआ निधन श्यामसुंदर कलानी का निधन रामायण शुरू होने के अगले दिन 29 मार्च 2020 को हुई।  श्यामसुंदर कलानी कैंसर से पीड़ित थे देश में लाक डाउन के कारण सभी इमरजेंसी सेवाएं प्रभावित हुई जिसके कारण उनकी मौत अच्छी  सुविधा ना मिलने के कारण हुई, ऐसी सम्भावना  प्रकट की जा रही है।  इतनी लेट क्यों आई खबर  उनका निधन 29 मार्च 2020 को ही हो गया था लेकिन इसकी खबर 9 अप्रैल को लक्ष्मण का किरदार निभाने वाले सुनील लहरी द्वारा पता चली। दरअसल वह रामायण के बाद फि

तबलीगीयों के ऊपर टिप्पणी करने के कारण एक युवक की गोली मारकर हत्या ।

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भारत में तबलीगी जमात के कारण जहां करोना के कुल मामलों में 65% की वृद्धि हुई है वहीं दूसरी ओर तबलीगी जमात के ऊपर टिप्पणी करने के कारण एक युवक को मौत के घाट उतार दिया गया। रिपोर्ट्स के अनुसार, उत्तर प्रदेश प्रयागराज जिले के करेली थाना क्षेत्र के बक्सी मोड़ा गाँव निवासी लोटन निषाद अपने गांव के ही एक चाय की दुकान पर ( 5 अप्रैल सुबह 9:00 बजे ) अखबार पढ़ रहे थे इसी दौरान उन्होंने तबलीगी जमात के ऊपर कुछ टिप्पणी कर दी , इसी बात पर उनका गांव के ही एक युवक मोहम्मद सोना से वाद विवाद हो गया तथा बात हाथापाई पर आ गई इसके बाद मोहम्मद सोना ने अपने अवैध तमंचे से लोटन निषाद को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। फायरिंग की आवाज सुनकर आस-पास के लोग दौड़े और मोहम्मद सोना को पकड़ लिया और उसकी पिटाई की। सूचना पाकर पहुँची पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। इलाके में तनाव की आशंका के चलते पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना का संज्ञान लेते हुए आरोपितों पर रासुका (NSA) लगाने का निर्देश दिया है। साथ ही पीड़ित परिवार को ₹5 लाख मुआवजा देने की भी घोषणा  की है। लॉक डाउन के

यूपी बोर्ड कि फर्जी खबर वायरल, प्रशासन सख्त छात्र कंफ्यूज

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यूपी बोर्ड एग्जाम 18 फरवरी से शुरू होकर 16 मार्च को समाप्त हुए। इसके बाद कापियों का मूल्यांकन शुरू तो हुआ लेकिन करोना इफेक्ट की वजह से बीच में ही रुक गया। तब से आज तक यूपी बोर्ड के छात्र परीक्षा फल का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इस बीच अचानक गुरुवार को बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव का एक लेटर सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जिसमें छात्रों को बिना कॉपी चेक किए पास करने का निर्देश दिया गया था। यह लेटर पढ़ने के बाद स्टूडेंट स्कूल और अन्य परिचितों को कॉल करने लगे और उनके अभिभावक भी इधर-उधर पूछताछ करने लगे। इसके बाद जब लेटर की सत्यता की जांच की गई तो वह फर्जी निकला । डीआईओएस ने सचिव से की बात इतना बड़ा निर्देश देखकर डीआईओएस ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह भदौरिया के भी होश उड़ गए। लेटर की सत्यता जांचने के लिए डीआईओएस ने बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव से बात की ,नीना श्रीवास्तव ने लेटर को फेंक बताया। हेलो ऐप से बनाया गया फेक लेटर बोर्ड सचिव ने कहा कि किसी ने हेलो ऐप की मदद से यह लेटर तैयार किया है जो कि बिल्कुल फेक है।  प्रशासन कर सकता है कारवाई जिन लोगो ने बिना सत्यता की जांच किए इस लेटर

गोरखपुर : मेडिकल कॉलेज में जिस स्ट्रेचर पर आया था कोरोना मरीज , ढूंढ रहा प्रशासन

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गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में सोमवार को हसनैन नाम की युवक की कोरोना वायरस के संक्रमण से मौत हो गई थी । उसे आईसीयू में भर्ती किया गया था लेकिन उसके शव को आईसीयू से बाहर ले जाते समय जिस स्ट्रेचर का उपयोग किया गया था वह प्रशासन के गले की हड्डी बन गया है। अब वह स्ट्रेचर प्रशासन को नहीं मिल रहा है। क्योंकि प्रशासन को इस बात का अंदाजा नहीं था कि मरीज कोरोना संक्रमित है। नष्ट करना है स्ट्रेचर बुधवार को केजीएमयू की रिपोर्ट में हसनैन के करोना पॉजिटिव साबित होने के बाद गोरखपुर मेडिकल कालेज प्रशासन हलकान। आईसीएमआर व डब्ल्यू एच ओ की गाइडलाइन के मुताबिक स्ट्रेचर को नष्ट करना है या फिर उसकी पहचान कर उसे अलग से सेनीटाइज किया जाना है। इसके लिए बीआरडी प्रशासन को स्ट्रेचर की दरकार है। कर्मचारी स्ट्रेचर की तलाश कर रहे हैं।

तब्लीगी जमात की वजह से बढ़े 65% नए मामले

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तब्लीगी जमात ने देश को बड़ी समस्या मे डाल दिया है । इनकी वजह से देश में करोड़ों के मामलों में रिकॉर्ड 65 परसेंट का इजाफा हुआ है। हेल्थ मिनिस्ट्री ने शुक्रवार को यहां चौंकाने वाला खुलासा किया है। मिनिस्ट्री मे ज्वाइंट सेक्रेट्री लव अग्रवाल ने बताया कि तबलीगी जमात के लोगों के कारण 14 राज्यों में 647 नए मामले सामने आए हैं। उन्होंने बताया कि अब तक करुणा के 336 अतिरिक्त मामले सामने आए हैं। अभी तक क्रोना की कुल पुष्टि मामले 2567 हैं इनमें 2088 लोगों का इलाज चल रहा है, 157 मरीज ठीक हो चुके हैं और 72 लोगों की मृत्यु हुई है। एक गलती से बढ़ा संक्रमण गुरुवार को रात 11:45 बजे तक देशभर में करोना वायरस के कुल 485 नए मामलों की पुष्टि हुई थी। इनमें कम से कम 295 मामले उन लोगों के थे जिन्होंने निजामुद्दीन मरकज में हुए जलसे मे शामिल हुए थें। यानी करीब 65% नए मामलों का स्रोत तबलीगी जमात का जलसा है।

इंदौर में डॉक्टर पर हमला करने वालों के ऊपर बड़ी कार्रवाई ,7 लोग गिरफ्तार।

इंदौर में टाटपट्टी बाखल क्षेत्र में कोरोना संक्रमितों की जांच करने पहुंची मेडिकल टीम पर हमला करने वाले सात उपद्रवियों को पुलिस ने गुरुवार सुबह गिरफ्तार कर लिया। आरोपितों में एक हिस्ट्रीशीटर बदमाश है। आरोपितों की उनके क्षेत्र में ही जमकर पिटाई की गई। पुलिस ने हमले में शामिल 15 अन्य को वीडियो फुटेज के आधार पर चिन्हित कर लिया है। आरोपितों के खिलाफ डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट और रासुका के तहत भी कार्रवाई की जा रही है। एडिशनल एसपी (पश्चिम) राजेश व्यास के मुताबिक, कोरोना संक्रमितों की जांच करने पहुंचे डॉक्टरों के दल पर बुधवार दोपहर भीड़ ने हमला कर दिया था। उन्हें दौड़ा-दौड़ाकर मारा और पथराव किया। पुलिस ने एक महिला डॉक्टर की शिकायत पर अज्ञात हमलावरों के विरुद्ध केस दर्ज किया था। बुधवार देर रात वीडियो फुटेज के आधार पर कुछ लोगों की पहचान कर ली गई। गुस्र्वार सुबह करीब 10 बजे आरोपित मोहम्मद मुस्तफा, नौशाद अहमद कादरी, मोहम्मद गुलरेज, शाहरुख खान, मुबारिक मोहम्मद, शोहेब उर्फ शोबी मोहम्मद मुख्तियार और मज्जू उर्फ मजीद अब्दुल गफूर सभी निवासी टाटपट्टी बाखल को गिरफ्तार कर लिया गया।

विराट कोहली अनुष्का शर्मा ने मिलकर दान किए 3 करोड रुपए ? सोशल मीडिया पर प्रशंसक नाराज।

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देश में फैल है कोरोनावायरस से लड़ने के लिए अभी तक काफी लोगों ने प्रधानमंत्री राहत कोष में दान किया। जिसमें विराट कोहली और अनुष्का शर्मा भी शामिल हैं।  कुछ दिन पहले विराट कोहली ने एक पोस्ट में घोषणा किया था  कि कोरोना वायरस से जंग के लिए उन्होंने कुछ मदद करते हुए प्रधानमंत्री राहत कोष में कुछ रुपए दान किए हैं। हालांकि उन्होंने अपने पोस्ट में यह नहीं बताया था कि उन्होंने कितने रुपए दान किए । उनके घोषणा के बाद एक रिपोर्ट में यह दावा किया जा रहा है कि विराट कोहली और अनुष्का शर्मा ने मिलकर 3 करोड रुपए मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री राहत कोष में दान किए हैं।  इस खबर से  सोशल मीडिया पर  विराट कोहली को काफी टोल किया जा रहा है कि उन्होंने सिर्फ  3 करोड रुपए दान किए हैं । लोग कह रहे हैं  विराट कोहली और अनुष्का शर्मा को मिलकर  और अधिक रकम दान करनी चाहिए थी । कुछ लोग यह भी कह रहे हैं अपनी शादी में खर्च करने के लिए 100 करोड़ और देश के लिए सिर्फ तीन करोड़ हालांकि  यह सिर्फ एक दावा है इस बात की विराट कोहली की तरफ से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है उनकी तरफ से दान की गई रकम 3 करोड़

विडियो: कोरोना जांच करने गई स्वास्थ्य कर्मियों की टीम पर हमला ।\

कोरोना वायरस से जहां देश,दुनिया मे हाहाकार मचा हुआ है वहीं दुसरी ओर अपने ही देश के कुछ लोग इस वायरस की जंग में मुसीबत बन रहें हैं । ताजा मामला मध्यप्रदेश के इंदौर शहर का जहां एक मोहल्ले में कोरोना से संक्रमित व्यक्ति की जांच करने गई टीम पर जबरदस्त हमला हुआ।  जिसमें टीम को काफी चोटें भी आई हैं। इस हमले से स्वास्थ्य कर्मी और टीम काफी नाराज हैं। जहां पूरा देश कोरोना वायरस की जंग में एक हुआ है वहीं दूसरी ओर ऐसे लोग कोरोना वायरस को रोकने में बाधा बन रहे हैं।