कोरोना के खिलाफ भारत के पर्यास (कड़क बात हिन्दी)
कोरोना के खिलाफ भारत के पर्यास (कड़क बात हिन्दी)
करो ना एक ऐसा शब्द है जो इस समय पूरी दुनिया के लिए खौफ और दहशत का शब्द बन चुका है अभी तक इसका कोई इलाज भी सामने नहीं आया है लेकिन यह सच भी है कि इससे बचने का एकमात्र उपाय सतर्कता और सावधानी है वैसे इस मामले में भारत के प्रयास बेहद काबिले तारीफ है। भले ही देश में 3 लोगों की जान चली गई हो और 100 से ज्यादा लोग इनफेक्टेड मिले हैं लेकिन जिस तरह से या महामारी पूरी दुनिया की एक से एक संपन्न देशों को अपना शिकार बना चुकी है उस हिसाब से भारत में बेहतर प्रयास किए हैं। आंकड़ों की ओर देखा जाए तो भारत में रहने वाले भारतीयों से ज्यादा विदेशों में रहने वाले भारतीय ज्यादा प्रभावित हैं विदेश में 276 भारतीय कोरोना वायरस से संक्रमित हैं साफ है कि देश से ज्यादा विदेश में मौजूद भारतीय को रोना से प्रभावित हुए हैं निश्चित ही यह भारत सरकार की सतर्कता और देशवासियों की सावधानी के कारण ही हो रहा है।
सरकार ने अलग-अलग एडवाइजरी जारी कर लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है अब जरूरत है कि विदेश में फंसे अपने लोगों को स्वदेश लाया जाए और इसी मांग तेज भी हो रही है। क्योंकि दुनिया के किसी भी कोने से ज्यादा भारतीय अपने देश में सुरक्षित हैं। हमें पूरा भरोसा है सरकार के ऊपर की वह विदेश में फंसे भारतीयों को अपने देश जरूर लाएगी इसके उदाहरण हमने पहले भी देखे हैं।
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